जन्म से विशम्भर के नाम से प्रचलित बाल्य काल।
पढ़ाई के बाद पंछी गीता का लेखन, किन्तु टिका कराने हेतुक मित्र के पास गए तो उसके रोने के कारण ( शुद्ध लेखन से नकारात्मकता दूर हुई तो रोने लगा) बहा दिया वरना आकाशी ऊर्जा का ज्ञान का पुस्तके मिल सकता था।
Then after knowing as gaurang mahaprabhu, but due to egarness about knowing Spiritually concept leave married Life and mother and family and than know as chaitanya mahaprabhu.... till death stayed at jagannath Puri and other side for similer period, European countries have Nostredame...
Little interested but learning process is good if body constantly attached with......
Jay gurudev Dattatreya
Jay Hind
Jigar Mehta/Jaigishya
Wednesday, 22 January 2020
Vishambhar Gaurang mahaprabhu
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Chaitanya Mahaprabhu
मेरे बारे में
विचार. अनुभव. प्रेरणा.
मुझे बहुत खुशी है कि आप यहाँ आए हैं। "यावच्चन्द्रदिवाकरो लृ" वह जगह है जहाँ मैं आपके साथ वह साझा करता हूँ, जो मुझे सबसे अधिक रुचिकर लगता है, जिससे आपकी उत्तेजना यानी मानसिक एवम चैतसिक शक्ति बढ़ती है, ताकि आप अपने जुनून और परियोजनाओं को पोषित कर सकें। मुझे उम्मीद है कि आप मेरी साइट और मेरे द्वारा बनाई गई सभी अनूठी सामग्री का आनंद लेंगे। हम सभी को प्रेरित करने के लिए कुछ चाहिए। चारों ओर एक नज़र डालें; शायद आपको पता चले कि आपको क्या उत्साहित करता है। क्या आप प्रेरित होने के लिए तैयार हैं?
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