युगज्योतिर्मानित आदित्य पिंगलाम वर्ण: च मुख्य क्वांटम क्षेत्रे लोहित रंग धारयति नीलाकाश क्षेत्रे। प्रभाते अवनि केसरी रंगस्य च वृक्षस्य सम्पति हरा रँगे दर्शयामि। अस्य मन: मुग्ध अवस्था प्राप्ति स्थान जम्बूद्विपे। मूल रँगस्य द्वितीय अवस्था त्रिरंग प्राप्यति पृथ्विस्य सप्तखंडे अविरत। विक्रमादित्य प्रारम्भित सम्वत एतद दिवसे २०७६ वर्षाए भानु उदय सहित द्रश्यामि मामका चक्षुए।
नूतन वर्ष शुभकामनाएं।
जय गुरुदेव दत्त
जिगर महेता / जैगीष्य
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