Monday 15 April 2019

रंग ज राज़

... अवधूत ज
रंग साथे संग!
संग तेवो ना पन होय रंग
उच्च सूर्योजागर नी वात
पन जो लागशे तने रंग
"झ" नो जवाब ते रंग
नही जरत्कारु, नही पन्नग
नही तक्षक, नही गरुड़
नही राम नही कृष्ण
परस्पर देवो भव:
छात्र देवो भव:
विद्धान विधानी ते रंग
जय जिष्णु साथे
उच्च देशोत्कर्ष सींचे छे
जरूर मात्र तमारी जातने
अंदरूनी आंखों थी जोवानी
परम् धीषणी 14 नदी साथे
मात्रा वगर मात्र वगर रँगे

Jigar Mehta /

Jaigishya

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