Tuesday 22 December 2020

क्षेत्रीय वार्ता:

भाषा ना जानामि!!!! 
किम उपाये निश्चित उत्तर प्राप्यामि?
अत्र तत्र सर्वत्र समुच्चय जगद्भासयते अखिलं, समान चेष्ठा दर्शयामि, तृषा च भोक्ष्यान्वित समये। 
यदाकदा पिताजी उवाच,
हस्त अंगुष्ठ मात्र मुख समीपे तृषा क्रिया सूचयन्ति।  
हस्त अंगुष्ठ च अंगुली समन्वय मुख समीपे क्षुधा क्रिया सूचयन्ति।  
बुद्बुदास्य दुर्ग लाभान्वित खचित एकदा।  
मात्र दुर्ग क्षेत्र नास्ति समीपे।
वसिष्ठ: नामेन हिनोक्ति प्रचलित, "गणिकास्य पुत्र वसिष्ठ:"।
विशेषत: मामका पत्नीस्य विशेष शब्द सूची प्रयोगे नामकरण: लब्धित जातवेदे।  
जैगीष्य अलुभान।  
जैगीष्य आलंबयान।  
भारतीय प्राचीन आर्य गोत्र "आलंबयाँन", अर्वाचीन अपभ्रंशत:  शब्दनुभानय: "आलुभान"????
मातस्य पुत्र जिगर उपनामित ****_जैगीष्य_**** ।
जय गुरुदेव दत्तात्रेय
जय हिंद
जिगर महेता / जैगीष्य

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