Thursday, 31 December 2020

शाकद्वीप के मग ब्राह्मण

शाकद्वीप के मग ब्राह्मण

द्वीप क्या है?
द्वीप यानी चारो ओर से पानी से घिरा हुआ फलद्रुप क्षेत्रीय प्रदेश।

सात द्वीप के नाम एवम वर्णन विशिष्ठ रूप से ही है।
प्लक्ष द्वीप
जम्बू द्वीप
शाक द्वीप
शाल्मल द्वीप
कुश द्वीप
क्रौंच द्वीप
पुष्कर द्वीप

हमे बात करनी है शाक द्वीप ओर मग ब्राह्मण की जो सूर्योपासना, सूर्ययाग, सूर्य यज्ञ ओर सूर्य मंदिर की पूजा तक वही करते है। शाक द्विप कि चंद्रभागा नदी भी विशिष्ट है। मग ब्राह्मण शाक द्वीप में रहते थे।

शाक यानी क्षेत्रीय रूपसे एक ऐसे व्यक्तिक चयन करने योग्य का रहने का स्थल या उसे श अक या अश्क जो शरीर मे अश्रु क्षार युक्त होते हैं उससे भी जोड़ा जा सकता है। यानी अंक नही लेकिन श अक जिसेबादमे शाह यानी जो अग्नि काया में है उसका बहावकरने वाला के रूप में भी नवाजा जा सकता है।

वेदों में आंखको सूर्य चन्द्र के तेज के साथ जोड़ा ही है। 12 आदित्य है और शरीर के 12 मल रूपी कचरे का प्रावधान भी विशिष्ट है।

मग ब्राह्मण क्या है?

कृष्ण के पुत्र साम्ब को जब चर्म या त्वक रोग हुआ था तो मग ब्राह्मण ने ही वह रोग पीली मिट्टी एवम पानी के गुण औषध से मिटाया था।

क्षेत्रीय रूपसे अफ़ग़ानिस्तानके मुल्तान का इलाका पीली मीटी वाला है। और उसके पास में पीली जांयवाले व्यक्तियों का प्रदेश यूरोप को प्लक्ष द्वीप कहा है।


अगर आप वीडियो लिंक देखेंगे तो कृष्ण पुत्रसाम्ब जो जाम्बवती का भी पुत्र था और जाम्बवान जीस्का नाना था वह वार्ता पता चलेगी।

https://youtu.be/yLfjLHwZhTY

जय गुरुदेव दत्तात्रेय

जय हिंद

जिगर महेता / जैगीष्य

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