गोमुखी...
मंदिरमे शिव शक्ति युग्म के ऊपर चढाया हुआ जल या दुग्ध जहाँ से निकलता है वह स्थान।
व्यहवार मे गाय के मुख से कुछ निकलता नही पर कहने सोचने की बात है कि गाय जो खाती है उसमें से अगर पवित्र दुग्ध बन सके तो उसके विचार जो भी होगे तो वह अच्छे ही होंगे। और जो भी चयन हो वह बहता हुआ हो पानी के जैसा।
मतलब सुविचार वाली वाणी।
जिसे व्यास पीठ भी कहते है।
जहाँ से कई लोग धर्मलाभ लेते है।
गाय में 33 कोटि देवता का श्वास कहा है।
So as per the calculation
Vasu. 08
Aaditya. 12
Rudra. 11
Ashvinikumar. 02
Total. 33
प्रश्न
हाथी को हस्ति या कुंजर अलग रूपमे क्यों कहा गया है?
Need to learn sandhi vyakaran
Jigar Mehta / Jaigishya
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